Sunday 4 March 2018

जटा बांधने का गायत्री मंत्र

ॐ सत नमो आदेश गुरु जी को
ओमगुरुजी नीली पिली सिर जटा , जटा रमाई पाताल गंगा नाम शतानि शिवजटा ,अनन्त जटा भुजा पसर |नाम सहस्त्रेण विष्णु ब्रह्मा , भेद जटा का शिव शंकर पाया |अगन प्रजाले ब्रह्माजी बैठे , जटा अगन में होमे काया |तापी जटा तापी काया , तक महादेव बन्दा पाया  |उरम धुरम सिर  जटा ज्वाला ,सिर उनमन पलटे पारा |अह्नाद नाद बजे हमारा  ,सिद्ध नाथ श्री गोरखजी ने कहाया |शब्द का सुच्चा , गुरां का बन्दा . गुरुप्रसाद जटा जमाया |काम क्रोध त्यागे माया ,अक्षय योगी सबसे न्यारा |बिना मंत्र पढ़ जटा जमाया , सो योगी नरक समाया |मंत्र पढ़ जटा समाया , सो योगी जटा शिवपुरी में बासा |इतना जटा जप सम्पूर्ण भया |श्री नाथ गुरूजी को आदेश | आदेश | आदेश |