Thursday 27 February 2014

अन्नदेवकी आरती जाप


आरती है अन्नदेव तुम्हारी, जाते रहती गुरु काया हमारी |
आरती है अन्नदेव तुमारीजी || टेक ||
राजा प्रजा जोगी आसनधारी सेनकरत गुरु सेवा तुमारी || १ ||
देवी देवता व्रह्मा व्रह्मचारी, सेनकरत गुरु सेवा तुमारी || २ ||
पीर पेगंबर छत्रछत्रधारी सेनकरत गुरु सेवा तुमारी || ३ ||
भनत गोरषनाथ सुननेजाधारी देवनमे देव अन्न मुरारी
आरती है अन्नदेव तुमारीजी || ४ ||

No comments:

Post a Comment